भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् (भा.इ.अ.प.) शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय है। इसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा दिसंबर 1971 में गठित एक कार्यदल की संस्तुति पर शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (अब, शिक्षा मंत्रालय) ने 27 मार्च 1972 को की। प्रो. आर.एस. शर्मा, पटना विश्वविद्यालय (अध्यक्ष); प्रो. सतीश चंद्रा, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय; प्रो. तपन राय चौधरी, दिल्ली विश्वविद्यालय; डॉ. एस.एन. प्रसाद, निदेशक, राष्ट्रीय अभिलेखागार; श्री जे. वीराराघवन, निदेशक (आंतरिक वित्त), शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्रालय; और श्रीमती एस. दुरैस्वामी, उप-शिक्षा निदेशक, शिक्षा मंत्रालय इस कार्यदल के सदस्य थे। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् सोसायटी पंजीकरण अधिनियम (1860 के अधिनियम XXI) के तहत पंजीकृत है। सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत साहित्यिक, वैज्ञानिक और धर्मार्थ संस्थाओं का पंजीकरण किया जाता है।