(1) परिषद् के अध्यक्ष शोध परियोजना समिति से परामर्श करने के उपरान्त राष्ट्रीय अध्येता का चयन करते हैं। राष्ट्रीय अध्येतावृत्ति इतिहास के ऐसे प्रख्यात इतिहासकारों को प्रदान की जाती है जिनका उस क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान रहा है।
(2) शोध परियोजना समिति की अनुशंसा के आधार पर यह अध्येतावृत्ति परिषद् द्वारा 2 वर्ष की अवधि हेतु प्रदान की जाती है।
(3) इस अध्येतावृत्ति के अन्तर्गत अध्येता को प्रतिमाह रु 60,500/-(रु साठ हजार पांच सौ मात्र ) का अनुदान तथा आकस्मिक अनुदान के रूप में प्रतिवर्ष रु 66,000/-(रु छियासठ हजार मात्र ) प्रदान किया जाएगा।
(4) यह अध्येतावृत्ति एक पूर्णकालिक (2 वर्ष के लिए) शोध कार्य है। इसके अंतर्गत अध्येता से यह उम्मीद की जाती है कि वह 02 वर्ष में अपना कार्य पूर्ण कर लेंगे। इसके अलावा उक्त शोध विषय के संबंध में राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भी शामिल होंगे I ICHR को यह प्रथम अधिकार प्राप्त होगा कि वह शोधार्थी की सहमति प्राप्त करते हुए उस उक्त शोधपत्र को अपनी ख्यातिप्राप्त शोधपत्रिकाओं IHR अथवा किसी अन्य प्रकाशन में प्रकाशित करा सके ।