इंडियन हिस्टोरिकल रिव्यू
(अंग्रेजी शोध पत्रिका)
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थॉमसन रायटर्स साइटेशन इंडेक्स में सूचीबद्ध इंडियन हिस्टॉरिकल रिव्यू
(आई.एच.आर.) परिषद् के सबसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों में से है। सन् 1974 से प्रतिवर्ष आई.एच.आर. के दो अंक प्रकाशित किए जाते हैं - एक जून में और दूसरा दिसंबर में। आई.एच.आर. इतिहास में शोध के परिणामों को संचारित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम रहा है। इतिहास के विभिन्न कालखण्डों की व्यापक और संतुलित कवरेज के साथ-साथ अपने उच्च अकादमिक एवं संपादकीय मानकों के लिए इसे अत्यधिक पहचान मिली है। संभवतः यह पत्रिका इस प्रकार की एकमात्र शोध पत्रिका है, जो पिछले अड़तालीस वर्षों से लगातार प्रकाशित हो रही है। यह भारत की उन कुछ पत्रिकाओं में से एक है, जिसमें विशेषज्ञों के परामर्श का विस्तृत स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है। आई.एच.आर. भारतीय इतिहास के आरंभ काल से लेकर समकालीन इतिहास तक के विभिन्न विषयों, अभिरुचियों और उप-विषयों को विस्तृत स्तर पर कवर करता रहा है, जो ऐतिहासिक अध्ययनों के विकास में विकसित हुए हैं।
प्रो. अरविंद प्र. जामखडेकर, पूर्व अध्यक्ष, (आई.एच.आर.) इस शोध पत्रिका (पत्रिका, प्रकाशन एवं पु.)के प्रधान संपादक हैं, डॉ. राजेश कुमार, निदेशक (जर्नल, पब्लिकेशन एंड लाइब्रेरी) संपादक हैं और डॉ. नौशाद अली, उप-निदेशक (प्रकाशन) सह-संपादक हैं। आई.एच.आर. के उत्पादन और विपणन के तकनीकी कार्य सेज पब्लिकेशन (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली द्वारा किये जाते है।
प्रधान संपादक (w.e.f.2018)
रघुवेंद्र तंवर, अध्यक्ष, , भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली
संपादक
राजेश कुमार, निदेशक (पत्रिका, प्रकाशन एवं पुस्तकालय), भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली
सह – संपादक
मोहम्मद नौशाद अली, उप निदेशक (प्रकाशन), भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली
सम्पादकीय मंडल
परामर्श मंडल
Volume 48 Number 2 December 2021
Articles
Social Clubs in a Princely State: The Case from Hyderabad, Deccan
Benjamin B. Cohen
Indian Women in World War II: The Air Raid Precaution ‘Comfort’ Women
Kashyap Deepak
Religious Interaction in Early Medieval Kamarupa: An Insight into the Kalikapurana
Rashmi Rekha Bhuyan
Patriarchy and Virginity Myth in the Mahåbhårata
Ravi Khangai
Colonial Roots of the Aryan Invasion/Migration Theory and the Contemporary Archaeological Evidence in Western Sources
Kundan Singh
The Waqf Estates of Pånæuå: Historical Analysis (from Fifteenth to Twentieth Centuries)
Salim Zaweed
Urbanisation at Sannati (c. 300 bc–c. 300 ad): An Early Historic Buddhist Settlement in North Karnataka, India. A Comparative Perspective
Hema Thakur
The Patterns of Bone Technology in Ancient Kashi (1300 bcto 300 ad)
Anuradha Singh
Buderas—A Pastoralist Community of High Himalayan Society: Migration, Identity, Existence and Belief
Dinesh Prasad Saklani
Book Reviews
Pandit Sunder Lal,British Rule in India
by K. L. Tuteja
Arundhati C. Khandkar and Ashok C. Khandkar, Swimming Upstream: Laxmanshastri Joshi and the Evolution of Modern India
by Santosh Kumar Rai
Rupendra Kumar Chattopadhyay, The Archaeology of Coastal Bengal
by Bhairabi Prasad Sahu
Pankaj Jha, Political History of Literature: Vidyapati and the Fifteenth Century
by Dhrub Kumar Singh
Sabita Singh,The Politics of Marriage in Medieval India: Gender and Alliance in Rajasthan
by Manorama Upadhyaya
Annamaria Motrescu-Mayes and Marcus Banks (eds.), Visual Histories of South Asia(Forward by Christopher Pinney)
by Rakesh Kumar Upadhyay
इतिहास (शोध-पत्रिका)
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13 मई 2015 को आयोजित इतिहास (शोध पत्रिका) के संपादक मण्डल की बैठक में इतिहास (शोध पत्रिका) को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि सभी विद्वानों से अपने मूल शोध पत्र को हिन्दी में प्रस्तुत करने का अनुरोध किया जाए। इतिहास (शोध पत्रिका) के दो अंक हर साल प्रकाशित होते हैं-एक जून माह में एवं दूसरा दिसंबर माह में। यह अत्यंत खुशी की बात है कि इतिहास (शोध पत्रिका), जिसे अभी पुनर्जीवित किया गया है, देश के उत्तर, उत्तर पश्चिम, पूर्व तथा पश्चिमी क्षेत्रों में इतिहास विषय के विद्वानों के बीच अपनी अकादमिक गुणवत्ता के कारण जाना जाने लगा है। यहाँ तक कि गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों के विद्वान भी इतिहास (शोध पत्रिका) में प्रकाशित कुछ लेखों की माँग कर रहे हैं। यह पत्रिका यू.जी.सी. केयर लिस्ट में भी सूचीबद्ध है। प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा, सदस्य, आई.सी.एच.आर., अध्यक्ष उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रधान संपादक, डॉ. ओम जी उपाध्याय, निदेशक (शोध एवं प्रशासन) संपादक और डॉ. सौरभ कुमार मिश्र, उप-निदेशक (शोध पत्रिका) सह-संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में इसका मुद्रण मेसर्स खामा पब्लिकेशन द्वारा किया जा रहा है।
प्रधान संपादक (w.e.f.2018)
प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा
संपादक
डॉ. ओम जी उपाध्याय
सह – संपादक
डॉ. सौरभ कुमार मिश्र
संरक्षक
रघुवेंद्र तंवरः अध्यक्ष, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली
संपादकीय मंडल
परामर्श मंडल
शोध लेखः अंक 07 भाग -01
ठिकाना दस्तावेज — आर्थिक इतिहास के स्रोत(18वीं—19वीं शताब्दी के मेवाड़ के सन्दर्भ में)
के.एस. गुप्ता
काशी में कुण्डों की परम्परा और गाहड़वाल अभिलेखों में वर्णित कुण्ड
सीताराम दुबे
अनेक देशों में ईसाई पंथ की स्वीकार्यता के कारण एवं स्वास्तिक स्वरूप में परिवर्तन
राजीवरंजन उपाध्याय
भारतीय संस्कृति में गन्धर्व एवं गान्धर्व—विघा
रामप्यारे मिश्र
हरियाणा क्षेत्र में सविनय अवज्ञा आंदोलनः एक अध्ययन
महेन्द्र सिंह
मदनमोहन मालवीयः सनातन धर्म, एकता और राष्ट्रप्रेम
भुवन कुमार झा
साहित्य के मानकों में शिव एवं शक्ति के आयुध और उनका महत्व
रूमी गुप्ता
फ़िजी में भारतीय गिरमिटियाओं की राजनैतिक चेतनाः एक ऐतिहासिक अध्ययन
गोपाल मिश्रा
पुस्तक समीक्षाः
राजेश रंजन
जोधपुर, 2020, प्रथम संस्करण
विजय कुमार वशिष्ठ
इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण—2020
राजेश कुमार
इतिहास शोधलेख अंक 01 भाग 01 [420.99 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 01 भाग 02 [285.51 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 02 भाग 01 [489.85 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 02 भाग 02 [1019.36 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 03 भाग 01 [561.96 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 03 भाग 02 [1.04 MB]
इतिहास शोधलेख अंक 04 भाग 01 [493.02 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 04 भाग 02 [475.33 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 05 भाग 01 [965.53 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 05 भाग 02 [515.72 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 06 भाग 01 [748.92 KB]
इतिहास शोधलेख अंक 06 भाग 02 [697.11 KB]